पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच में जो भी कुछ समय चल रहा है ,आप सभी लोग ट्रैक कर रहे होंगे और इस समय पाकिस्तान काफी बड़े शौक में है जिस प्रकार से अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के कई सारे पोस्ट पर हमला किया ,लेकिन इसी को देखते हुए यहां पर आप वहां के सोशल मीडिया में और कई सारे जो जानकार हैं ,उनका यह कहना है कि – पाकिस्तानी Army तैयारी कर रही है कि अफगानिस्तान का जो Wakhan Corridor है ,वह कैप्चर कर सकती है और इसी को थोड़ा सा हम समझने की कोशिश करेंगे कि यह इतना सिग्निफिकेंट क्यों है ? क्यों आखिरकार पाकिस्तान चाहेगा कि उसको कैप्चर करें ?उससे फायदा क्या होगा ?अफगानिस्तान के लिए वह क्यों इंपॉर्टेंट है ? काफी कुछ आपको जानने को मिलेगा।
हो क्या रहा है ?
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देखिये यहाँ पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच में जो युद्ध हैं जो यहां पर तनाव है वह लगातार बढ़ता जा रहा है ,कभी-कभी ऐसा लगता है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान पर हमला कर दिया ,कभी अफगानिस्तान के अंदर जो तालिबान है वह डायरेक्टली यहां पर पाकिस्तान के ऊपर हमला कर देता है और रिसेंटली देखिए यहां पर हुआ क्या है कि जिस प्रकार से पाकिस्तान में कई सारे अटैक्स देखने को मिले हैं ,चाहे वह Balochistan में हो ,चाहे वह Khyber Pakhtunkhwa में हो। तो वहां पर पाकिस्तान के द्वारा जो ब्लेम किया जा रहा है – की It is because of TTP ,that is Tehrik-e Taliban Pakistan (TTP) और पाकिस्तान यह कहता है कि ये जो TTP के आतंकवादी है ,मेंबर्स है वह यहां पर अटैक करते हैं और बॉर्डर पार करके अफगानिस्तान में चले जाते हैं। जहां पर तालिबान के द्वारा उनको संरक्षण दिया जाता है ,तालिबान उनको प्रोटेक्ट करता है और इसी को देखते हुए आपको याद होगा ,रिसेंटली यहां पर पाकिस्तान ने क्या किया था ?
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अफगानिस्तान के अंदर जो आउटपोस्ट है ,अफगानिस्तान में जो Paktika यह करके प्रोविंस है ,वहां पर पाकिस्तान ने अटैक किया और पाकिस्तान के साथ बॉर्डर सटा हुआ है यहां पर जो district है South Waziristan। तो यहां पर पाकिस्तान का यह कहना था कि – यह जो TTP के मेंबर्स है वह पाकिस्तान में आते थे ,अटैक करते थे और यह जो Paktika प्रोविंस है वहां पर चले जाते थे और इसीलिए उनके जो हाइड आउट से है ,उसको डिस्ट्रॉय करने के लिए पर्टिकुलर अफगानिस्तान के प्रोविंस में पाकिस्तान ने एक तरह से एयर स्ट्राइक की है। क्या अफगानिस्तान को यह चीज पसंद आएगी ?तालिबान ने एक तरह से चेतावनी दे दी थी ,अफगानिस्तान सरकार ने प्रॉमिस किया था – कि हम इसका “retaliation” करेंगे और पिछले हफ्ते की बात है ,आपको याद होगा यहां पर अफगान तालिबान फोर्सेस ने क्लेम किया कि – उन्होंने Durand Line के कई सारे पोस्ट पर पाकिस्तान के कई सारे जो आउटपोस्ट है वहां पर डायरेक्टली तालिबान ने हमला किया है और इसी की वजह से पाकिस्तान इस समय कंप्लीट शॉक में चला गया है ,आखिरकार वह क्या करें उसे समझ नहीं आ रहा। आपको पता ही होगा जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान का बॉर्डर है इसको Durand Line कहा जाता है।
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और इसी की वजह से यहां पर अब सवाल यह उठता है कि – आगे क्या होगा मतलब यह जो दो नेबर्स है इनका आगे क्या फ्यूचर होने वाला है ?
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पाकिस्तान में कई सारे जो सोशल मीडिया सर्कल्स हो गए ,जो एक्सपट्र्स हो गए ,उनका यह कहना है कि – पाकिस्तान अब तैयारी कर रहा है कि जो Wakhan Corridor है उसको एक प्रकार से कैप्चर कर ले। अब यह Wakhan Corridor का एग्जैक्ट लोकेशन आपको थोड़ा सा समझने की जरूरत है ,अफगानिस्तान का एक बहुत ही नैरो स्ट्रिप है ,और इसका बॉर्डर जो है यह भारत के साथ सत्ता तो है ,हम कहते तो हैं लेकिन आपको पता होगा कि उसमें पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर है और इसी की वजह से इस समय यह जो बॉर्डर है वह एक्चुअली POK और अफगानिस्तान से जुड़ता हुआ देखने को मिलेगा। अच्छा एक चीज और ध्यान में रखेगा ,जैसे भारत के अंदर हम कहते हैं कि हमारा जो “chicken neck “है ,वह क्या है ?यह जो Siliguri Corridor है क्योंकि डर यह लगा रहता है कि अगर चायना ने डॉकलन साइड में बहुत सारा इंफ्रास्ट्रक्चर बना लिया ,काफी ज्यादा अपना आर्मी का प्रसेंस कर लिया ,तो यह हमारे लिए खतरा हो सकता है ,क्योंकि डायरेक्टली हमारा जो नॉर्थ ईस्ट है वह इससे कनेक्टेड है। same उसी प्रकार से अगर आप देखे तो अफगानिस्तान के लिए नैरो स्ट्रिप वाला जो एरिया है ,वह एक प्रकार से “chicken neck” हो जाता है। तो यहां पर अगर मान लीजिए तालिबान जो है किसी प्रकार का अटैक करता है ,डायरेक्टली पाकिस्तान को चैलेंज करने की कोशिश करता है। तो पाकिस्तान कुछ ना कुछ बड़ा करने की कोशिश करेगा और इसीलिए वहां के सोशल मीडिया से लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है ,Its time for Pakistan to capture the Wakhan Corridor।
Wakhan Corridor के बारे में
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यहां पर अगर आप देखोगे की – If Afghanistan and TTP keeps playing games, maybe it’s time for Pakistan to reclaim what’s rightfully ours the Wakhan Corridor। तो इसे लेकर क्लेम किया जा रहा है कि – पाकिस्तान को अब Wakhan Corridor को अपने अंडर में ले लेना चाहिए ,अगर TTP नहीं मानता ,या फिर जो अफगानिस्तान की सरकार है ,या फिर जो तालिबान है ,वह पाकिस्तान पर अटैक करना बंद नहीं करती है । यह Wakhan Corridor का एक्जेक्टली ज्योग्राफी कैसा है ? एरिया कैसा है ? क्यों इतना इंपोर्टेंट है ? सबसे पहले तो यह Wakhan Corridor आखिरकार आया कैसे ?यह भी आपको समझने की जरूरत है ,क्योंकि अब मान लीजिए ,ब्रिटिशर्स टाइम में अफगानिस्तान यह पहले आपका पूरा इंडियन सबकॉन्टिनेंट हुआ करता था। तो यहा पर आपको समझना है कि एक्चुअली हुआ क्या था – अगर आप देखोगे Tajikistan और उसके ऊपर Kyrgyzstan ये सब पहले USSR के पार्ट हुआ करते थे। तो ब्रिटिशर्स ने यह सोचा कि इंडियन सबकॉन्टिनेंट ,क्योंकि पाकिस्तान , इंडिया यह सब पहले एक ही पार्ट हुआ करते थे ,तो ब्रिटिशर्स ने यह सोचा कि – क्यों ना यहां पर एक बफर जोन बना दिया जाए और इसी की वजह से आज के डेट में यह जो Wakhan Corridor एक प्रकार का बफर जोन है ये आपको देखने को मिला है ताकि इंडियन सबकॉन्टिनेंट और जो ऊपर का USSR हुआ करता था ,उसको एक प्रकार से सेपरेट रखा जाए और बहुत ही स्ट्रैटेजिक तरीके से इसको बनाया गया था।
इसका अगर आप ज्योग्राफी भी देखोगे तो टोटल इसका जो length है वह करीब 350 किलोमीटर का है और इसकी width कि अगर आप बात करिए तो कहीं पर 16 किलोमीटर है और कहीं पर 64 किलोमीटर है। 16 – 64 किलोमीटर देखने को मिलेगा लेकिन इससे भी ज्यादा इंपॉर्टेंट यह है कि जो Wakhan Corridor है इसका बॉर्डर चीन के साथ चढ़ता है और उससे भी ज्यादा इंपॉर्टेंट यह हो जाता है कि चीन जीस प्रोविंस को लेकर सबसे ज्यादा परेशान है ,आपको पता ही होगा Xinjiang Province वहां पर विगर मुस्लिम रहते हैं। तो चीन अक्सर आपको पता ही है , यहां पर किस तरह से अपने विगर मुस्लिम के साथ ट्रीट करता है।
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तो यहां पर लगभग 92 किलोमीटर का बॉर्डर बताया जाता है वह Wakhan Corridor के साथ आपको देखने को मिलेगा और ऐसा नहीं है कि Wakhan Corridor में कोई बहुत ज्यादा पॉपुलेशन रहती है। हार्डली बताया जाता है कि 10000 के आसपास ही वहां पर पापुलेशन है ,लेकिन इसका यहां पर strategic significance है वो बहोत मायने रखता है। NATO ने अपना एक मिलिट्री कैंप है वहा पर उसको बिल्ड किया था North Atlantic Treaty Organization उन्होंने जब अफगानिस्तान के अंदर उनका प्रजेंस था ,जब अफगानिस्तान के अंदर पूरा वेस्टर्न आर्मी वहा पर पहुंचे थे जो 9 / 11 का अटैक हुआ था। तो उन्होंने Wakhan Corridor में एक तरह से अपना कैंप भी बिल्ड किया था पर अपने सोल्जर्स को नहीं भेजा था तो इससे चायना के साथ जो पोलिटिकल टेंशन है वो गहरा जाती , लेकिन उन्होंने अपने मिलिट्री कैंप को इस्टैब्लिश किया था। 2018 में अफगानिस्तान के जो troops है और जो चायनीज troops है दोनों ने मिलकर पेट्रोलिंग भी स्टार्ट किया था और साथ ही साथ डिस्कशन भी चल रहा था कि – क्या वहां पर एक मिलिट्री बेस भी बनाना चाहिए कि नहीं बनना चाहिए ? इसके अलावा चीन के लिए और अफगानिस्तान के लिए भी यह बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है , क्योंकि यह पॉसिबल डायरेक्ट ट्रेड हो सकता है दोनों देशों के बीच में। अगर अफगानिस्तान को ,चीन को आपस में ट्रेड करना है ,तो इनका डायरेक्ट कोई लिंक नहीं है और यहां पर बातचीत चल रही होती है कि क्या यहां पर एक रोड बनना चाहिए ? खबरें आई थी यहां पर की – 2021 में जब तालिबान ने कैप्चर किया था तो यहां पर चीन ने फंडिंग स्टार्ट कर दी थी ताकि Wakhan Corridor से एक जो रास्ता है ,वह रोड है वह आपका अफगानिस्तान काबुल की तरफ निकाला जाए ताकि दोनों देशों के बीच में यहां पर ट्रेड स्टार्ट हो सके।
पाकिस्तान के लीये क्यों इम्पोर्टेन्ट है ?
पाकिस्तान का सेंट्रल एशिया कंट्रीज के साथ डायरेक्ट एक्सेस इस समय नहीं है ,मतलब ,अगर आप मैप में देखोगे , तो पाकिस्तान को अगर सेंट्रल एशियन कंट्रीज के साथ कोई भी लिंक रखना है ,तो उनका यहां पर डायरेक्ट एक्सेस नहीं है या तो उनको अफगानिस्तान से होकर गुजरना पड़ेगा ,या फिर sea रूट के माध्यम से ईरान होते हुए ,या फिर जैसे भी काफी घूम कर उनको जाना पड़ेगा। तो इसी की वजह से पाकिस्तान यह चाहेगा कि अगर उनको ज्यादा से ज्यादा ट्रेड करना है सेंट्रल एशियन कंट्रीज के साथ और ज्यादा बैटर रिलेशन रखने है ,तो हो सकता है कि शायद वह अगर Wakhan Corridor को अपने अंडर में ले ले तो उसका डायरेक्टर एक प्रकार से एक्सेस मिल जाएगा।
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क्या पाकिस्तान इतना बड़ा खतरा लेगा?
खतरा है ,तो वह क्या है ? पाकिस्तान के मुकाबले मिलिट्री वॉइस एक बड़ा देश हो ,लेकिन यहां पर उसको चीन का सपोर्ट लेना ही पड़ेगा ,बिना चीन के सपोर्ट के नहीं होगा और आपको समझना हीं है कि चीन वीगर मुस्लिम से परेशान है और इसलिए हो सकता है चीन को यह डर होगा कि अगर पाकिस्तान के अंदर में यह एरिया आ गया तो शायद कल के डेट में विगर मुस्लिम को पाकिस्तान एक तरफ से सपोर्ट कर दे , तो चीन के लिए भी काफी बड़ा डायलिमा होगा। तो यह बड़ा मुश्किल वाला सिचुएशन है और देखिए अगर पाकिस्तान अटेंप्ट भी करता है Wakhan Corridor को अपने अंदर लेने में ,तो इंटरनेशनल प्रेशर भी काफी ज्यादा बढ़ने वाला है और उससे भी बड़ा चैलेंज यह होगा कि वॉर का एक नया फ्रंट खुल जाएगा। पाकिस्तान को डायरेक्टली तालिबान के साथ और ज्यादा डील करना पड़ेगा ,ऑलरेडी तालिबान ने कई सारे पोस्ट पर हमला किया है , लेकिन अगर ऊपर के साइड से तालिबान पाकिस्तान पर डायरेक्टली हमला करने लग जाए और यह काफी सेंसेटिव जोन है क्योंकि यह तो भारत का भी रोल आपको फिर इसके अंदर देखने को मिलेगा।
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