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January 17, 2025

बांग्लादेश भारत के कौन से रूल को लेकर ऑब्जेक्ट कर रहा है?

दो देशों के बीच में अगर किसी भी चीज को लेकर एग्रीमेंट होता है ,तो उसमें कितना लंबा समय लग जाता है ,कई वर्ष बीत जाते हैं ,कितनी सरकारें आती है ,चली जाती हैं और तब जाकर किसी चीज को लेकर जब सहमति बैठती है ,तब यहां पर एग्रीमेंट हो पता है। लेकिन जिस प्रकार के हालात हमारे पड़ोसी देश में बने हुए हैं ,हम बात कर रहे है बांग्लादेश की ,ऐसा लगता है कि वह लोग भारत के साथ जो बॉर्डर एग्रीमेंट है उसको ब्रेक करने की कोशिश कर रहे है। क्योंकि आपने सुना होगा कि कभी बांग्लादेश की सरकार हमारे जो High Commissioner हैं ,उनको बुलाती है फिर वही चीज भारत को करना पड़ता है ,समझाना पड़ता है – कि देखिए जो आप कर रहे हो वह गलत है। तो उसको थोड़ा समझेंगे कि आखिरकार हो क्या रहा है ? यहां पर बांग्लादेश भारत के कौन से रूल को लेकर ऑब्जेक्ट कर रहा है ? 1975 में क्या हुआ था ? और भी कई सारे एग्रीमेंट क्या है ?

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एक्जेक्टली अभी हो क्या रहा है?

देखो बांग्लादेश में आप सबको पता है जो Interim Government इस समय चलाई जा रही है ,Nobel Laureate Muhammad Yunus के द्वारा उन्होंने एक नई वादानुवाद (Controversy) पैदा कर दिया और वादानुवाद (Controversy) भी सोचिये क्या ? भारत और बांग्लादेश को लेकर इतने वर्षों के बाद जाकर बॉर्डर को लेकर जो एग्रीमेंट है ,फाइनली सेटल किया गया था। अब उसको वापस से कहीं ना कहीं उजागर करने की कोशिश की जा रही है ,उसमें वापस से कुछ loopholes(कमियां) आने की कोशिश की जा रही है और ऐसा लगता है कि यहां पर Yunus सरकार उसके अंदर बड़ा बदलाव करेगी।

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आपको पता ही होगा – की सबसे पहले जो अभी रीसेंट खबर आया था वह यही था – कि हमारे BSF (Border Security Force) के द्वारा जो fencing की जा रही थी ,अब आप खुद सोच कर देखिए अगर हमें प्रॉब्लम है यहां पर ,अगर हमें लगता है की स्मगलिंग हो रही है ,दिक्कत हो रही है ,तो जाहिर सी बात है ना भारत तो अपना प्रोटेक्शन करने के लिए fencing (बाड़ लगायेगा) करेगा ,लेकिन बांग्लादेश उसको ऑब्जेक्ट कर रहा है ,की आप fencing क्यों कर रहे हो ? तो इसी चीज को लेकर काफी सारे डाउट्स हो रहे हैं।

OFFICIALS SUMMONED

अभी भारत ने भी बांग्लादेश के जो Acting High Commissioner है उनको सुम्मों किया था ,Nural Islam और उनको बताया की देखिये जिस तरह आप behave कर रहे हो बॉर्डर के ऊपर ,आपकी जो आर्मी है ,आपकी जो paramilitary force है ,वो behave कर रही है ,वो सही नहीं है क्योंकि यहाँ पर हमने जितने भी एग्रीमेंट्स वगैरह देखे उसके हिसाब से fencing की जा रही है और ये हमने देखिये यहाँ पर जो summon किया है वो तब किया जब बांग्लादेश ने हमारे Commissioner को ढाका में summon किया था। उन्होंने ये बोला हमारे High Commissioner को – की भारत जो fencing कर रहा है वो Bilateral agreement का Violation है। अभी Border Guards Bangladesh (BGB) जैसे हमारा BSF है ,आपको पता ही होगा जो – की सुरक्षा करता है बांग्लादेश और भारत का जो बॉर्डर है ,उसी प्रकार से बांग्लादेश की तरफ से भी जो सुरक्षाकर्मी है उनका नाम है BGB। तो यहां पर हो क्या रहा था कि वेस्ट बंगाल का आपको पता ही है। जो जिला है MALDAH (मालदा) डिस्ट्रिक्ट यहां पर ,तो यहीं पर एक जगह आप देख सकते हो KALIACHAK उसी के पास यहां पर इसकी FENCING की जा रही थी और जो FENCING कर रहे थे हमारे जो जवान है ,आपको पता होगा कि यहां पर जो central Road Works Department है वह BSF के साथ मिलकर single row fence (SRF) बिछा रहे थे।

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Single row fence कुछ इस प्रकार से आपको देखने को मिलेगा। तो जाहिर सी बात है यह जरूरी हो जाता है ताकि कैटल की स्मगलिंग ,जो ह्यूमंस की स्मगलिंग ,जितनी भी चीजे होती हैं उसको यहां पर रोका जाए। तो इसको लेकर बांग्लादेश ऑब्जेक्ट करने लगा गया – कि हम यह fencing क्यों कर रहे हैं और इसी को देखते हुए फाइनली यहां पर जो डिस्कशन है वह काफी ज्यादा लंबा चल गया है। BSF के द्वारा यह fencing करने का जो attempt किया जा रहा है ,इसको लेकर बांग्लादेश पहली बार ऑब्जेक्ट नहीं कर रहा है ,एक्चुअली हुआ क्या था शेख हसीना के जाने के बाद अगस्त में अगर आपको याद हो ,तो BSF के द्वारा वेस्ट बंगाल का जो कुछ बिहार वाला जिला है ,यहां पर भी बॉर्डर पर हम कुछ fencing करना चाह रहे थे। तो उस समय भी यहां पर जो बांग्लादेश है ,उसको ऑब्जेक्ट कर रहा था। भारत बांग्लादेश का बॉर्डर ध्यान रखिएगा काफी बड़ा है 4000 किलोमीटर से ज्यादा और ज्यादातर बॉर्डर यह वेस्ट बंगाल के साथ शेयर करता है। तो जाहिर सी बात है कि अगर हमें प्रॉब्लम होगी तो हम fencing करेंगे ,लेकिन यहां पर जो खबर आ रही है ,उनके जो मिनिस्टर है Jahangir Alam उन्होंने क्लेम किया है की बॉर्डर fencing “issues have risen due to some ‘unequal agreeents'” ,मतलब अब बांग्लादेश यह कह रहा है – कि शेख हसीना के समय और पहले के जो एग्रीमेंट हुए थे वह unequal हुए थे ,हम उसको रिव्यू करना चाहते हैं। तो कहीं ना कहीं इसी को लेकर डाउट हो रहा है – कि क्या यह लोग बॉर्डर एग्रीमेंट को रद्द करेंगे ? अब क्वेश्चन यह आता है कि आखिरकार भारत और बांग्लादेश के बीच में कौन-कौन से बॉर्डर एग्रीमेंट है ?

  • ये आप देख सकते 1974 का है Land Boundary Agreement for disposal of enclaves and disputed lands ,
  • उसके बाद 1975 में गाइडलाइंस बनाया गया था जिसका नाम है Joint Indo Bangladesh Guidelines for Border Authorities ,
  • इसके अलावा 2011 में Land Boundary Agreement Protocol और फिर 2011 में ही जो कोऑर्डिनेटर बॉर्डर मैनेजमेंट प्लान है।

तो यह कुछ एग्रीमेंट्स आपको देखने को मिलेगा।

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Guidelines क्या कहते हैं ?

1975 का जो Joint india Bangladesh Guidelines है और Border Authorities वह यह कहता है – की बॉर्डर से मतलब जो इंटरनेशनल बॉर्डर है या फिर zero line से यहां से 150 yards भारत की तरफ और 150 यार्ड आपका बांग्लादेश की तरफ। कोई भी प्रकार का डिफेंस स्ट्रक्चर नहीं हो सकता ,हम बात करें डिफेंस स्ट्रक्चर की अब देखिए जब हम डिफेंस स्ट्रक्चर की बात करते हैं वह तो काफी अलग हो जाता है ना फॉर एग्जांपल अगर हम डिफेंस स्ट्रक्चर की बात करें तो उसमें बंकर आ जाएंगे ,मान लो अगर हम मिसाइल्स बिछाना स्टार्ट कर दे ,वहां पर land माइंस बिछाना स्टार्ट कर दे तो उसको हम डिफेन्स स्ट्रक्चर कहेंगे। यहां पर अगर मान लो हम अपने प्रोटेक्शन के लिए किसी भी प्रकार की fencing कर रहे हैं तो क्या आप उसको भी डिफेंस स्ट्रक्चर में काउंट करोगे ? नहीं करना चाहिए ,जाहिर सी बात है और इसीलिए क्या है कि भारत जो फेंसिंग होता है ना वायर की जो फेंसिंग की जाती जो हमने अभी आपको बताया उसको डिफेंस स्ट्रक्चर नहीं मानता ,लेकिन वही अगर हम बांग्लादेश या फिर पाकिस्तान की बात करें वह इसको डिफेंस स्ट्रक्चर मानते हैं और यही बताया गया है हमारे former Additional DG BSF जिन्होंने 38 years serve किया है BSF के अंदर उन्होंने इसी चीज के बारे में बताया – की इसको लेकर मतभेद होता रहता है और देखो क्या है न भारत और बांग्लादेश के बिच में जो बाउंड्री है उसमें भी काफी ज्यादा इश्यूज अभी भी आपको देखने को मिलेंगे। इश्यूज क्या होते है ? – की वहां पर कुछ कुछ एरिया ऐसे है जो की जो बॉर्डर है वहां पर गांव आपका आ जाता है और जो fencing वाला लाइन है वहां पर भी कुछ आपको अंदर गांव देखने को मिलेंगे ,houses देखने को मिलेंगे। तो इसके वजह से लगातार कुछ इश्यूज यहाँ पर देखने को मिलता रहता है।

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आखिरकार बांग्लादेश किस चीज को लेकर ऑब्जेक्ट कर रहा है?

दो चीजों को लेकर ऑब्जेक्ट कर रहा है। जो हम single row fencing बिछा रहे है बॉर्डर पर ताकि प्रोटेक्शन कर सके।

  1. सबसे पहला तो बांग्लादेश यह कह रहा है कि 1975 का जो एग्रीमेंट है वह यह कहता है ,जो हमने आपको बताया कि बॉर्डर से 150 यार्ड इधर और 150 यार्ड इधर ,वहां पर आप कोई भी डिफेंस स्ट्रक्चर नहीं बना सकते ,लेकिन जैसा मैंने आपको बताया की भारत डिफेंस स्ट्रक्चर नहीं बना रहा है ,हम वहां पर fencing कर रहे हैं।
  2. दूसरा यहां पर आप सोचिये कितना illogical है ,जो बांग्लादेश है वह यह कहता है – कि यहां पर जो fencing है ,उसकी वजह से जो resident है उनको यहां पर इश्यूज होंगे। देखो क्या होता है ना अगर मान लो fencing बना भी जा जाती है और कोई घर बना हुआ है और वहां के resident को अगर इधर क्रॉस करके आना है ,तो कुछ-कुछ गेट्स बने रहते हैं वहां पर और हमारे BSF की जवान तैनात रहते हैं और जब भी उनको इधर से इधर आना एक टाइम लिमिट में वो आ सकते हैं ,कुछ मेडिकल इमरजेंसी वगैरह हुआ ,उनके लिए भी गेट खोल दिया जाता है ,रात को भी खोलना है खोल दिया जाता है ,लेकिन यहां पर बांग्लादेश ये कह रहा है – कि देखिए जो resident है, उनको दिक्कत होती आने-जाने में।

तो यह दो रीजंस बताए जाते हैं बांग्लादेश के द्वारा की प्रॉब्लम हो रहा है।

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भारत का View क्या है?

देखो भारत यह कहता है कि जो single row fencing जो हमने आपको बताया ,इससे हम बेसिकली जो एनिमल की मूवमेंट है और साथ ही साथ जो trans border crimes है उसको रोकना चाहते हैं। यह डिफेंस स्ट्रक्चर के अंदर आ ही नहीं सकता क्योंकि डिफेंस स्ट्रक्चर हम बोलते हैं तो उसमें concrete walls हो गया ,bunkers हो गया ,concrete pill boxes हो गए ,या फिर कोई भी ऐसी चीज हो गया जो कि आप कह सकते हो डायरेक्टली खतरा है सामने वाले के लिए। जब हम fencing बनाएंगे तो उसे सामने वाले के लिए क्या खतरा हो सकता है ,जाहिर सी बात है। जितनी भी जवान है वो बार-बार यही कहते रहते हैं – कि हम यही चीज बांग्लादेश के लोगों को समझाते हैं ,बांग्लादेश के BGB को समझाते हैं ,सरकार को समझाते हैं – कि प्लीज आप इसको डिफेंस स्ट्रक्चर में मत मानिए ,यहां पर बांग्लादेश की जो BGB है वह उसको प्रॉब्लम यहां पर यह है कि अगर हम वहां पर कोई CCTV लगा दे ,जी हां अभी इससे भी उनको प्रॉब्लम है कि अगर मान लो 100 यार्ड के अंदर अंदर जो आपका बॉर्डर लाइन है वहां से 100 यार्ड के अंदर अंदर अगर हम कोई सीसीटीवी कैमरा लगा देते हैं ,तो बांग्लादेश कहता है कि नहीं उससे प्रॉब्लम है कि यहां पर भारत सीसीटीवी के माध्यम से हमारे बॉर्डर के पार की बांग्लादेश के अंदर झांक पाएगा। तो आप सोचो कितना इन लॉजिकल चीज है। हमें तो बस अपने बॉर्डर की प्रोडक्शन करनी है ,इसलिए हम इस तरह की गैजेट्स और नई-नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हो ,आपके पास क्षमता नहीं है ,आप नहीं कर सकते तो कोई बात नहीं ,लेकिन हमें तो करने दो यहां पर ,हमें तो अपने लोगों को सुरक्षित रखना है और ज्यादातर 60% trans border crimes वहीं पर होता है ,जहां पर fencing नहीं है। अभी भी आपको समझना है कि भारत का जो बॉर्डर है ना 4000 किलोमीटर से ज्यादा का ,तो उसमें से लगभग 3000 के आसपास fencing हो रखी है ,अभी भी बड़ा एक एरिया ऐसा है जहां पर fencing नहीं है ,उसमें बहुत सारे कारण है – कि यहां पर रिवर वगैरा भी कई बार आ जाता है और कोई घर वगैरा आ गए ,बहुत सारे इश्यूज है वहां पर ,इसकी वजह से अभी भी fencing नहीं हो पाई है और कई बार इशू जैसे वेस्ट बंगाल के अंदर क्या होता है – कि जो आपको लैंड है क्योंकि fencing के लिए लैंड चाहिए ,तो उसके एक्विजिशन के लिए भी कुछ कुछ इश्यूज आ जाते हैं। लेकिन यह सारे इश्यूज है आपको समझ में आ गया होगा लेकिन इन शूज का बहाना बना रहा है बांग्लादेश इस समय और चाहता है कि कहीं ना कहीं जो एग्रीमेंट है वह रद्द हो जाए।

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