Breaking
January 17, 2025

एम्प्लाइज को हफ्ते में 90 घंटा काम करना चाहिए: L&T के चेयरमैन ने ऐसा क्यों कहा?

कल से लगातार आप L&T के बारे में सुन रहे होंगे ,देखिए L&T काफी बड़ी कंपनी है ,देश में काफी समय से है जो कि इंफ्रास्ट्रक्चर के ऊपर काम करती है ,लेकिन इस बार यह विवाद में फस गई है क्योंकि L&T की जो चेयरमैन है ,उनका एक बयान आया ,एक वीडियो एक्चुअली जारी हुआ ,उसके अंदर वह यह सजेस्ट कर रहे थे कि जो उनके एम्पलाइज है उनको हफ्ते में 90 घंटा काम करना चाहिए ऐसा वह सजेस्ट कर रहे थे।

ये भी पढ़िए>>> DELHI POLLUTION ABOVE DANGER ZONE:क्या कुछ सिख सकती है दिल्ली बीजिंग से?

आप देख सकते हो यहां पर ‘I Regret I Am Not Able To Make You Work On Sundays’: L&T Chief Calls For 90-Hour Work Week तो इसको थोड़ा डिटेल से समझेंगे और समझने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार यह बैकलैश हो क्यों रहा है? और साथ ही साथ L&T के चेयरमैन की सैलरी कितनी है? क्योंकि लोग कंपेयर करने लग गए – कि जी चेयरमैन की और सीईओ की सैलरी बहुत होती है ,वह लोग अक्सर अपने एम्पलाइज से जिनकी सैलरी कम है उनसे एक्सपर्ट करते हैं कि वह खूब सारा काम करें।

एक्जेक्टली हो क्या रहा है?

पिछले एक साल से आपने देखा होगा , वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर काफी डिबेट हुआ है ,स्पेशली नारायण मूर्ति जी का भी यहां पर जो बयान आया था ,उन्होंने सजेस्ट किया कि 70 घंटे काम करना चाहिए ,लेकिन L&T की जो चेयरमैन है वह अपने एम्पलाइज के साथ बातचीत कर रहे थे और उसमें उन्होंने यह सजेस्ट कर दिया कि – “मैं तो चाहता हूं कि जो उनके एम्पलाइज है वह संडे को भी कम करें और 90 घंटा पर वीक के हिसाब से कम करें ” ,लेकिन डेफिनेटली आप समझ ही इसको लेकर अगेन काफी बैकलैश देखने को मिला है और आप देख सकते हो L&T के चेयरमैन यहां पर उन्होंने क्या बोल दिया – “How long can you stare at your wife ?” मतलब वह यह सजेस्ट कर रहे थे कि आप घर पर कितना पड़े रहोगे ,घर पर कितना रहोगे ,अपने वाइफ को कितना देखोगे और इससे अच्छा है कि आप अपने काम पर प्रायोरिटी करिए ऐसा यहां पर वह सजेस्ट कर रहे थे।

ये भी पढ़िए>>> Case study of Vivek Oberoi: सिर्फ एक्टर या सक्सेसफुल बिज़नेसमैन और इन्वेस्टर!

L&T के चेयरमैन ने ऐसा बोला क्यों?

यहां पर रीडेड पर यह जो वीडियो है ,वह काफी वायरल हुआ था सबसे पहले ,जिसमें यह पता चला कि जो L&T के Chief Communications Officer है जिनका नाम है सुमित चटर्जी। उन्होने यहां पर L&T के चेयरमैन से सवाल पूछ लिया और सवाल देखिए उनका क्या था – “Why are L&T employees asked to work on Saturdays despite being a top conglomerate ?” मतलब L&T इतनी बड़ी कंपनी है ,दुनिया की वन ऑफ द बिगेस्ट कंपनी में से आती है ,तो उसके बावजूद भी L&T अपने एम्पलाइज को saturday को भी क्यों काम कराती है ? मतलब उनका यह सजेशन था की saturday को भी ऑफ दे देना चाहिए ,छुट्टी दे देना चाहिए। लेकिन उसी क्वेश्चन को एड्रेस कर रहे थे और यहां पर उन्होंने अपने answer में यह कह दिया – कि “मैं तो चाहता हूं कि हमारे एम्पलाइज संडे को भी काम करें ” मतलब की जो number of hours है week में वह और ज्यादा कंट्रीब्यूट करें। उनका कहना था – कि “I regret I am not able to make you work on sunday ” because sunday तो हम सबको पता है कि यहां पर ऑफीशियली हॉलीडे भी होता है और वहां पर अगर आपका पहले से कमिटमेंट नहीं है ,आप जब कंपनी ज्वाइन कर रहे होते हो तो पहले से आपको बताया जाता है कि आपका 5 डेज वीक होगा ,6 डेस वर्क वीक होगा जो भी है। तो उनका यह कहना था – कि “मैं तो चाहता हूं ,अगर मेरे बस में होता तो मैं तो आपसे संडे को भी काम कर लेता ,क्यों ? क्योंकि मैं खुद यहां पर संडे को काम करता हूं “। “I will be more happy because I work on sundays “,और साथ ही साथ उन्होंने कंपेयर किया और बताया कि मेरी conversation हुई थी एक चायनीज पर्सन के साथ और चायनीज पर्सन का यह कहना था – कि चीन बहुत जल्द अमेरिका को पीछे छोड़ देगा क्योंकि हमारे यहां पर वर्क कल्चर जो वर्क एथिक है ,वह काफी ज्यादा स्ट्रांग है। उन्होंने यहां पर उदहारण बताया कि देखिए जो चायनीज पर्सन से मैं बात कर रहा था उसने ने यह सजेस्ट किया – कि हमारे यहां पर 90 घंटा पर वीक लोग काम करते हैं ,लेकिन वहीं अमेरिका में अगर आप देखोगे तो 50 घंटा लोग पर वीक काम करते हैं। तो उन्होंने यहां पर उसी को पैरेलल बनाया और यह बताया अपने एम्पलाइज को – की कुछ वैसा ही work regime हमें भारत में भी करना चाहिए ,”So that’s the answer for you। If you ave go to be on the top of the world ,you have to work 90 hours a week “, तो यही कहना था L&T के चेयरमैन का कि अगर आप बहुत ऊंचाइयां छूना चाहते हो ,आगे बढ़ना चाहते हो ,तो यहां पर आपको 90 घंटा पर वीक इस तरह से काम करना होगा ,तभी यह चीजे पॉसिबल हैं।
तो इसका मतलब यह हुआ अगर हम मान लो 90 घंटा वर्क वीक वाला कलर ले आते हैं ,तो आप समझ जाओ अगर मान लीजिए हफ्ते में 6 day work week होता है ,तो उस हिसाब से यहां पर हर एक एंप्लॉय को दिन में ,मतलब पूरे 24 घंटे में 15 घंटा वर्क करना पड़ेगा ,तब जाकर 6*15 यह आपका 90 hours per week कम्पलीट हो जायेगा। अब मान लीजिये सातों दिन काम करवाते है emplyees से ,तो उसमे भी आपको 13 घंटा जो है हर दिन employee को काम करना पड़ेगा ,तब ये 90 घंटा होता है।

ये भी पढ़िए>>> इजरायल में फिलिस्तीनी वर्कर्स को रिप्लेस कर दिया है इंडियन वर्कर्स ने: इससे इंडिया को क्या मिलेगा?

Backlash from Netizens

तो ये जो बयान आया इसको जो यहां पर सोशल मीडिया में कई जगह जो लोग हैं ,वह काफी नाराज हो गए और काफी बैकलैश देखने को मिला। यहां पर लोगों ने एक तरह से कहा कि इस तरह का जो बयान दिया गया L&T के चेयरमैन का यह कहीं ना कहीं जो पर्सनल लाइफ और वर्क लाइफ बैलेंस है ,उसको एक प्रकार से तोड़ देता है और साथ ही साथ लोगों का यह भी कहना था – कि जिस तरह का उनका कमेंट था वाइफ को लेकर कि आप क्या दिन भर घर में बैठकर वाइफ को ही देखते रहोगे ,तो यह सारी चीजे ठीक नहीं है। तो लोगों ने इसको सही तरीके से नहीं लिया और देखिए यहां पर कुछ लोगों का यह भी कमेंट आया “Another CEO promoting slavery shamelessly “,यह भी लोगों का कहना था। कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि जो CEO को ज्यादा पैसा मिलता है ,बहुत हाईली पैड होते हैं और वह एक्सपेक्ट करते हैं कि उनकी जो एम्पलाइज है ,जिनको बहुत कम पैसा मिलता है ,वह भी उसी प्रकार का वर्क प्रेशर में जीए। जो की पॉसिबल नहीं है और यहां पर लोगों ने कंपेयर भी करना स्टार्ट कर दिया कि देखिए जो L&T के चेयरमैन है ,Subrahmanyan है ,उनकी सैलरी कितनी है और अगर आप देखोगे लास्ट ईयर उनकी जो सैलरी रही 2024 में आपको पता है कितना थी 51 करोड़ ,जी हां दोस्तों 51 करोड़ की टोटल सैलरी थी जो की 2023 से अगर आप कंपेयर करोगे तो 43% ज्यादा है। 2023 में L&T के चेयरमैन की सैलरी थी 36 करोड़ के आसपास , जो कि आप समझिए यह बढ़कर 51 करोड़ हो गई अगले ही साल , कितना बड़ा जंप आया और यह 51 करोड़ में , 3. 6 करोड़ बेस सैलरी है ,35 करोड़ कमीशन है ,10. 5 करोड़ रिटायरमेंट बेनिफिट है , तो यह सब मिलाकर एक तरह से आप कह सकते हैं 51 करोड। अगर हम इसको कंपेयर करें L&T के बाकी के जो एम्पलाइज हैं ,अगर मैं आपको L&T में जितने भी एम्पलाइज है ,उनका मीडियम अगर सैलरी बताओ तो इट इस अराउंड 9. 5 लाख रूपीस। तो आप समझिए एक मीडियम सैलरी अगर आप देखोगे L&T के एम्पलाई का तो उससे 534 टाइम ज्यादा है L&T के चेयरमैन के सैलरी। तो यहां पर लोगों का यही कहना था कि आपको तो इतना सारा पैसा मिल रहा है ,तो आप जब काम कर रहे हो तो आप खुशी से कर रहे हो ,क्योंकि आपको इतना बड़ा रिटर्न आ रहा है। लेकिन वही के जो बाकी के एम्पलाइज हैं जिनको इतना कम पैसा मिल रहा होता है ,वह क्यों इतना ज्यादा वर्क प्रेशर लें ? तो इस तरह से चीजों का कंपैरिजन होने लगा लेकिन देखिए यहां पर जैसे ही Backlash आया सोशल मीडिया पर इसको देखते हुए L&T ने वापस से अपने चेयरमैन को डिफेंड किया। जी हां यहां पर आप देख सकते हो कंपनी ने स्टेटमेंट जारी कीया और यह कहा – कि “अगर हमें extraordinary results achieve करना है तो हमें extraordinary effort डालना पड़ेगा ” ,स्पेशली भारत इस समय जब इतनी तेजी से प्रोग्रेस कर रहा है। उनका कहना था कि Nation building जो है वह हमारा core mandate है और उन्होंने बताया L&T ने स्टेटमेंट में यह कहा – कि ” पिछले 8 दशक से हम भारत के infrastructure ,industries ,techological capabilities है उनको shape कर रहे है और हमारा मानना है कि यह भारत का डिकेड है और यहां पर हमें रुकना नहीं चाहिए ,अगर हमें डेवलप नेशन बनाना है ,तो हमें इस तरह का विजन रखना चाहिए और यही एंबीशन जो है वह L&T के चेयरमैन ने अपने remark में दिया था। तो L&T अभी भी अपने जो अध्यक्ष है उनके स्टेटमेंट को एक प्रकार से डिफेंड कर रहा है।

ये भी पढ़िए>>> क्या भारत एक मिडल इनकम ट्रैप में फंस कर रह जाएगा?

Work Life Balance Debate

इसके बाद जो है वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर काफी डिबेट हुआ है ,स्पेशली पिछले साल आपको याद होगा जुलाई के महीने में 26 year old EY जो consultant है ,उनकी मृत्यु हो जाती है और इसको लेकर वर्क लाइफ बैलेंस का काफी डिबेट हुआ ,स्पेशली Infosys की जो को-फाउंडर है नारायण मूर्ति उन्होंने भी जब 70 hour work week को प्रपोज किया था – कि “अब भारत में सबसे कम प्रोडक्टिविटी है ,पूरे दुनिया में अगर आप देखो तो My request to youngsters is that ,कि हमें 70 hours कम से कम पर वीक जो है काम करना चाहिए। लेकिन दूसरी तरफ अगर आप देखोगे अगर हम गौतम अडानी की बात करें उनका भी इसको लेकर स्टेटमेंट आया था वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर लेकिन उनका ओपिनियन थोड़ा अलग था ,उनका तो यह कहना था कि – “अगर आप अपने फैमिली के साथ कम टाइम स्पेंड करोगे ,पत्नी के साथ कम टाइम स्पेंड करोगे ,तो आपकी पत्नी तो छोड़कर चली जाएगी ” तो उन्होंने कहा की work life balance एक प्रकार का personal choice है। “Your idea of work life balance should not be imposed on me” ,आपका जो work life balance का जो idea है वो मेरे पे नहीं थोपना चाहिए और मेरा idea है मैं आपके ऊपर नहीं थोपूंगा। तो जैसे उन्होंने उदहारण बताया – की मान लीजिये कोई व्यक्ति अपने फॅमिली के साथ सिर्फ 4 घंटा स्पेंड करता है , या फिर 8 घंटा स्पेंड करता है फॅमिली के साथ और हर समय काम में लगा रहता है और वो इस चीज से हश है तो let it be , अगर कोई दूसरा व्यक्ति अपना ज्यादा समय फॅमिली के साथ देना चाहता है और वो उसमे खुश है तो उसको करना चाहिए। तो ये एक personal choice है ऐसा गौतम अडानी का कहना था।

ये भी पढ़िए>>> क्या भारत एक मिडल इनकम ट्रैप में फंस कर रह जाएगा?

एक और जो इंडस्ट्रियलिस्ट है हर्ष गोएंका अक्सर आप उनका ट्वीट देखते होंगे ,तो जब L&T के चेयरमैन का ये बयान आया तो उसके बाद उन्होंने भी स्टेटमेंट दिया और कहा कि 90 घंटा? इस बात को सुनकर वो शौक थे ,और उनका कहना था – की ऐसे तो हमें संडे को संडे नहीं रखना चाहिए एक mythical concept बना देना चाहिए , कि पहले एक हॉलीडे हुआ करता है और sunday को sun duty कर देना चाहिए। मतलब वो यह सजेस्ट कर रहे थे – कि यहां पर हमें स्मार्ट वर्क पर फोकस करना चाहिए या फिर यहां पर एम्पलाइज को सिर्फ ऑफिस शिफ्ट में ही उलझा कर रखा जाए।

ये भी पढ़िए>>> क्या SECTION 498A IPC के कानून का गलत इस्तेमाल हो रहा है?

Impact on Health

कर्नाटक के अंदर आपको याद होगा यहां पर यह बात कही जा रही थी – कि जो IT staff है उनके लिए 14 hours per week का भी कॉन्सेप्ट लाया जा सकता है ,लेकिन इसको लेकर जो मजदूर यूनियन है ,जो पूरा एम्पलाई यूनियन है ,उन्होंने इस चीज को इन ह्यूमन बताया उन्होंने कहा – कि इस तरह से जो IT employees के ऊपर health impact है वह काफी ज्यादा आएगा। एक रिपोर्ट के आधार पर उनका कहना था कि 45% ऑफ जो employees है IT सेक्टर के अंदर ,वह मेंटल हेल्थ इश्यूज से गुजर रहे हैं ,जैसे डिप्रेशन हो गया और 55% जो है वह फिजिकल हेल्थ इंपैक्ट से गुजर रहे हैं ,यहां पर यूनियन का यह भी कहना था – कि अगर हम वर्किंग अवर्स को बढ़ाएंगे तो यह सिचुएशन और ज्यादा बढ़ जाएगी। उदहारण WHO ILO का स्टडी में यही पाया गया है – कि अगर इसी तरह से वर्किंग अवर्स बढ़ता रहा तो ,35% हायर रिस्क हो जाएगा जब इंसान की मृत्यु Heart Stroke से होगी ,17% हायर रिस्क बढ़ जाएगा जब Heart Disease होने लगेगा इंसान को ,तो यह सारी चीजे समय चल रही है।

ये भी पढ़िए>>> क्या पाकिस्तानी Army तैयारी कर रही है अफगानिस्तान के Wakhan Corridor को कैप्चर करने?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *