भारत के लिए एक गर्व का क्षण कल रात्रि को हुआ जब भारत के ही एक शतरंज खिलाड़ी D GUKESH ने चीन के DING LIREN को हरा दिया अब इनके हारने के बाद देश भर में ख़ुशी का माहौल है , वो तमाम प्रकार के सेलिब्रेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जब चीनी खिलाड़ी को भारतीय खिलाड़ी ने शतरंज के विश्व चैम्पियनशिप में हराया और वो भी तब जब वो विश्व चैम्पियनशिप जितने वाले अब तक के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी कंसीडर किये जा रहे है। ऐसे में इनकी जित के लिए इन्हे हार्दिक शुभकामनाएँ और पुरे देश के इस समय ट्विटर पर जो टॉप ट्रेंड कर रहा है वो D GUKESH और DING LIREN ही कर रहे है। और ऐसे में इनकी खबर निश्चित ही सुर्खियां बन चुकी है जो आपके सामने हेडलाइंस के रूप में दिखाई दे रही हैं।
D GUKESH के बहुत ही सारे ऐसे क्षण रहे जो कैमरे में कैद हुए जिसमें जीत के साथ ही इनका इमोशनल होना और इस खेल के अंदर इनके बारे में जो भी जानकारियां उपलब्ध रही वह chess.com इंडिया ने इनके बारे में जानकारिया साझा की ,वो जानकारियां बहुत ही इमोशनल मोमेंट्स के रूप में थी , जिनमें से दो तीन ऐसे थे जिसमें कि यह जीतने के बाद जिस तरह से अपने ईश्वर को याद कर रहे थे जिस तरह से अपने प्यादों को अपने शतरंज के अंदर जो गोटिया है उनको प्रॉपर तरीके से संभाल रहे थे।
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साथ ही साथ में उनकी वह तस्वीर निकलकर आई जिसमें उन्होंने सबसे पहले जब यह 12 साल के थे तब इनसे पूछा गया था की आपका सपना क्या है तब इन्होने कहा था की – “मैं दुनिया का सबसे कम उम्र का विश्व चैंपियन बनना चाहता हूं “। तो ऐसे में इनके इस वीडियो को फिर से सरफेस पर देखा गया जब यह 11 साल 6 महीने के थे तब उनका एक वीडियो बाहर निकाल कर आया जीस वीडियो में यह कह रहे हैं कि मैं यंगेस्ट वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहता हूं और ऐसे में फिर एक वीडियो आता जिसमें वर्ल्ड चैंपियन बने हुए दिखाई देते हैं।
तो डिटरमिनेशन 6 साल बाद भी कैसे काम कर रहा था वह तस्वीरे थी D GUKESH की वह तस्वीरे वायरल होने लगी जो उन्होंने पहले कभी खेल के दौरान थी और आज वह विश्व चैंपियन के रूप में सबके सामने इंटरव्यू दे रहे थे। तो इनका शतरंज की विश्व चैंपियनशिप को जीतना निश्चित ही समस्त भारतीयों के लिए गर्व का विषय है। गर्व के साथ साथ वो तस्वीरे और भी अच्छी लगी जब एक फादर ने अपने बच्चों की सफलता देखि उनके रिएक्शन इस समय सोशल मीडिया पर रिएक्शंस में शामिल हो चुके हैं मतलब यह सबसे इमोशनल मोमेंटम के फादर को ऑब्जर्व करिए इन्हें जैसे ही पता चलता है कि वह जीत चुके हैं तो यह अपने जेस्चर्स को संभालते हुए दीवार की तरफ मुड़ गए और लोग यहां पर लाउडली चेयर कर रहे हैं ,shout कर रहे हैं और उनके फादर अपने फोन पर अपने परिवारजनों को बताने लग रहे हैं कि बेटा जीत चुका है। मतलब एक ऐसा इमोशनल मोमेंट जिसमें हर पेरेंट्स अपने बच्चों की सफलता में कैसे पीछे खड़ा हुआ होता है उनकी खुशी को कैसे अपनी खुशी के साथ जोड़कर रखता है वह सफलता को इनके चेहरे पर देखना यह समस्त जो भी उस दिन वो ऑब्जर्व कर रहे थे, काफी इमोशनल मोमेंट था ये।
D GUKESH के फादर यह प्रोफेशनली डॉक्टर है और यह अपने बेटे की सफलता पर निश्चित ही उनका बहुत बड़ा कंट्रीब्यूशन रहा होगा ,यह मैच जो है यह सिंगापुर में खेला जा रहा था ,यह अपने बेटे के साथ वहां पर उपस्थित थे ,तो यह क्षण जब D GUKESH निकल के आए ,अपने फादर से इनका मिलना ,सब बच्चों के लिए जो उस समय चेस देख रहे थे उन सबके लिए एक बहुत बड़ा मोटिवेशन का कारक बना था।
फिर भारत के प्रधानमंत्री की तरफ से इन्हें बधाइयां दी गई साथ ही साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के द्वारा इन्हे बधाई दी गयी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का बधाई देना और उसमें एक बात मेंशन करना की “Tamil Nadu is proud of you!” और एक बात मेंशन की गयी है “Chennai reaffirm its place as the global Chess Capital by producing yet another world-class champion.” अब यह बात आपको भी पता होनी चाहिए जैसे पहलवानी के केस में हम हरियाणा को जानते हैं ऐसे ही आज देश के मेजोरिटी जो चैस प्लेयर्स है वह तमिलनाडु से हैं। विश्वनाथन आनंद जो पहले भारत की तरफ से विश्व चैंपियन रहे हुए हैं वह भी तमिलनाडु से ही थे ,D GUKESH भी तमिलनाडु से ही है और अभी जो प्रज्ञानंद जिनका नाम चल रहा है वह भी तमिलनाडु से ही बड़े हो रहे हैं। तमिलनाडु इस समय चैस के चैंपियन तैयार कर रहा है ,तो सब तरफ अलग-अलग तरह की प्रतिभाएं भारत में है। राहुल गांधी जी के द्वारा भी इन्हें बधाई दी गई SUNDAR PICHAI के द्वारा इन्हें बधाई दी गई। तो एक तरह से यह बड़ा ही जबरदस्त मोमेंट था ,जिस मोमेंट में इनकी जीत खुद के लिए भी एक बड़ा मूमेंट बन कर आया। 11 गेम तक D GUKESH ने मैच जीता १२वें के अंदर LIREN की वापसी हुई और उन्होंने अपनी मोमेंट्स के सारी चीजे इंटरव्यूज में शामिल की।
इनका पूरा नाम डोममराजु गुकेश है ,आप चेन्नई के रहने वाले हैं ,इनका जन्म 7 में 2006 को हुआ है और यह 7 साल की उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर चुके थे ,इन्हें भास्कर नागैया ने कोचिंग दी है। अब इंटरेस्टिंग बात यहां देखने की है कि भास्कर नगरिया के साथ-साथ खुद विश्वनाथन आनंद ने भी इन्हें कोचिंग उपलब्ध कराई है। यहां पर देखने वाली बात यह है कि D GUKESH के पिता जो डॉक्टर हैं ,मां पेशे से माइक्रोबायोलॉजिस्ट है ,इनकी ट्रेनिंग के लिए विश्वनाथन आनंद तक उपलब्ध थे। जब चेस चैंपियनशिप की लिस्ट रिवील हुई कि कौन-कौन इन्हें ट्रेनिंग दे रहा था तो आपके सामने एक लंबी फेहरिस्त निकल कर आती है जिसमे विश्वनाथन आनंद का नाम भी था।
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मतलब यह देखना बहुत इंपॉर्टेंट है कि इनकी ट्रेनिंग में बहुत सारे लोगों का नाम शामिल है जो आपके सामने ऊपर दिखाई दे रहा है। PADDY UPTON यह केवल इन्हें साइकोलॉजिकल ट्रेनिंग दे रहे थे कि आपको उस समय किस तरह का थॉट रखना है ,तो एक चैंपियन के पीछे इतने सारे ट्रेनर्स थे ,इतने सारे लोगों का दिमाग था इन्हें इस स्तर तक पहुंचने में यानी की छात्रा के पीछे गुरु का कंट्रोल बहुत इंपॉर्टेंट है। विश्व चैंपियंस कि अगर मैं लिस्ट आपको दिखाउ ,जैसे देखो अपने क्रिकेट के अंदर क्रिकेट कोच होता है जब क्रिकेट मैच जीता जाता है तो कोच का भी नाम पूछा जाता है कौन कोच था , ऐसे ही जब यह जीते हैं तो इनके जो गुरु हैं उनका नाम भी सब लोग रिकॉग्नाइज कर रहे हैं कि इन्हें ट्रेनिंग किसने दी है ? – तो इतने सारे गुरुओं के लिस्ट लगी हुई है।
पुराने लिस्ट निकलकर आई जिसमें जानकारी निकली की कौन-कौन अब तक विश्व चैंपियन रहे हैं तो आप एक बार विश्वनाथन आनंद को भी देखिए ,चर्चा शुरू करते हैं 2007 में जब पहली बार विश्वनाथन आनंद भारत की तरफ से विश्व चैंपियन बने थे चैस के अंदर ,जैसे भारत दुनिया के अंदर क्रिकेट के लिए आईसीसी है ,फुटबॉल के लिए फीफा है ,ऐसे ही चैस के लिए FIDE है। तो FIDE जो है वह फ्रांस के अंदर स्थित संस्था है तो लगभग 180 देश के अंदर चैस की प्रतियोगिताएं करवाती है। तो FIDE के द्वारा ही आयोजित इस विश्व चैंपियनशिप के अंदर अब तक जो सबसे नंबर वन रहे भारत की तरफ से वह रहे विश्वनाथन आनंद ,जो लगातार चार बार वह 2012 तक अपने चैंपियनशिप को बरकरार रखें। 2013 में जब विश्व चैंपियनशिप चेन्नई में आयोजित की गई तब नॉर्वे के MAGNUS CARLSEN ने उन्हें हराया। फिर MAGNUS CARLSEN लगातार पांच बार तक अपने किताब को बरकरार रखे । ,फिर MAGNUS CARLSEN को हराया चीन के DING LIREN ने और चीन की DING LIREN ने जैसे ही यह चैंपियनशिप 2023 में जीती तो उसके बाद में अब D GUKESH के द्वारा इन्हें हराया गया है। तो अब D GUKESH भविष्य में भी चैंपियन रहेंगे या नहीं तो इन्हें अब कोई हराएगा तो ही नया चैंपियन बनेगा मतलब चैंपियनशिप में पुराने चैंपियन को हराना होता है। तो यह चैंपियनशिप हर साल आयोजित होती थी 2014 तक ,उसके बाद हम दूसरे साल इसका आयोजन होने लगा इसका इतिहास लंबा चौड़ा है । फिलहाल के लिए मैं आपको भारत के अंदर जब से विश्वनाथन आनंद का दौर आया उस दौर को एक बार याद दिला दूँ – कि विश्वनाथन आनंद होम डिस्ट्रिक्ट में हारे यानी ये तो चेन्नई से थे चेन्नई में ही हारे यह भारत के लिए एक बड़ा सैटेबैक था लेकिन उसके बावजूद आज D GUKESH ने अपने गुरु के उसी प्राइड को वापस लेकर के गौरवान्वित किया है।
चैस के खेल को जिन लोगों ने खेला है वह इसे दिमाग का खेल मानकर कंसीडर करते हैं ,यहां पर 64 खाने हैं दो पार्टियां हैं ,जो खेल को खेलती हैं ,बुद्धिजीवी लोगों का खेल माना जाता है ,बहुत सारे लोगों से तो यह खेल खेला ही नहीं जाता है ,इंटरेस्ट ही क्रिएट नहीं होता है कि यार पता नहीं इसमें कौन इतना सोचेगा कि किसको कैसे काटना है ,इसके अंदर कई प्रकार के खेलने खिलाड़ी , प्यादे हैं ,राजा है ,वजीर है ,रानी है ,ऊंट है ,घोड़ा है ,हाथी है ,खेल जानने वाले लोग जो हैं वह इस खेल में हर चीज से बहुत ही परफेक्टली KNOWN होते हैं ,उन्हें यह पता होता है कि किसकी चाल कैसी है – कि ऊंट टेढ़ा चलेगा ,कि घोड़ा टेढ़ा चलेगा ,घोड़ा ढाई कदम चलेगा ,हाथी सीधा चलेगा। इसी प्रकार से रानी के बारे में की -यह कहीं भी चल सकती है ,तो तमाम प्रकार के हर किसी का फीचर्स हैं – की पहली बार में दो कदम चलेगा ,काटते समय टेढ़ा चलेगा ,इस प्रकार से यहां के जो मोहरे हैं ,इन मोहरों की अपनी-अपनी कुछ चाल है और उन चालो को ध्यान में रखते हुए खेल को खेला जाता है और इस खेल के अंदर बहुत सारे ज्ञानी जिन्होंने अपने-अपने स्तर पर ज्ञान दिए हुए हैं ,तो अगर आप भी अपने ज्ञान को , दिमाग को शार्प रखना चाहते हैं तो बुद्धिजीवी लोग इसको अपनी प्रैक्टिस में रखते हैं। चैस के अंदर गर्वनिंग बॉडीज की बात की जाए – तो FIDE है मतलब FEDERATION INTERNATIONALE DES ECHECS करके है वह इसकी सबसे बड़ी बॉडी है जो इस पूरे गेम को ऑर्गेनाइज कराती है
TYPE OF CHAMPIONSHIP :
- WORLD CHESS CHAMPIONSHIP
- NATIONAL AND CONTINENTAL CHAMPIONSHIP
- NVITATIONAL TOURNAMENTS
- TEAM EVENTS
आयोजित कराए जाते हैं और उसके माध्यम से चेस के अंदर रैंकिंग्स लाई जाती है। D GUKESH को इस खेल को जीतने के बाद 11 .45 करोड की इनाम राशि मिलेगी ,वही पर जो सेकंड नंबर पर रहे LIREN है उन्हें 9 .75 करोड़ की राशि मिलेगी।
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आज भारत के अंदर 85 GRAND MASTERS है उनमे से 31 तमिलनाडु से बिलोंग करते है,पूरी दुनिया के अंदर 1823 GRAND MASTERS बताये गए है , जिनमे से 41 महिलाये और 1772 पुरुष है जो इस खेल के अंदर परफॉर्म बेहतर तरीके से कर रहे है। अब इसके साथ ही फिर एक और सवाल आया और वो सवाल ये था – की जो चीनी व्यक्ति हारा है ना DING LIREN बोले यह हारा नहीं है कोई और मामला है ,तो क्या मामला है ? – जिस कदम पर वो हारा है DING LIREN इस तरह की गलती नहीं कर सकता ,यह बिल्कुल वह वाली बात है कि सचिन तेंदुलकर ऐसी बॉल पर आउट हुआ है कि यार यह तो जच ही नहीं सकता कि सचिन ऐसी गलती कर दे ,वैसी वाली फीलिंग। अब यह बात जो है यह रूस के ही एक बहुत बड़े चैस फेडरेशन के द्वारा ,उनके प्रेसिडेंट के द्वारा उठाई गई है – कि मामले में गड़बड़ है FIDE को इन्वेस्टिगेशन करनी चाहिए। अब डिमांड होने लगी है कि – D GUKESH जिससे जीता है वह व्यक्ति कहीं जानबूझकर तो नहीं हार गया ,अब जानबूझकर हारने के पीछे का लॉजिक तो नहीं पता ,वह तो वही जाने पर जैसे किसी ने इसको और पैसे दे दिए हो , मतलब की गेम के अंदर हारने के पैसे मिल गए हो यह किसी को आरोप प्रत्यारोप की बात है।
लेकिन हैडलाइन है कि जब रशियन चेस फेडरेशन के प्रेसिडेंट कह रहे हैं इसकी इन्वेस्टिगेशन होनी चाहिए कि यह जो व्यक्ति हारा है D GUKESH से की जिस तरह का दाव हारा है वह शोभा ही नहीं देता है ,मतलब लॉजिकल नहीं है कि इतना गलत तरीके से यह हार जाए। इस बात को लेकर के उन्होंने कहा है की जांच होनी चाहिए। तो क्या ऐसे में जांच हो सकती है ? – यह तो FIDE डिसाइड करेगा ,लेकिन फिलहाल के लिए वह एक कहावत है ना कि डूबते तैराक ही है ,बस यह बात इन्हें बतानी होगी कि कई बार बहुत बड़े-बड़े धुरंधर वह बेसिक गलती कर जाते हैं जो बेसिक गलती आप एक्सपेक्ट नहीं कर रहे होते कि यह हो जाएगा। तो फिलहाल के लिए इनकी सोच में जो भी नजरिया रहा हो लेकिन यह हो सकता है इस बात से इतनी सरप्राइज हो कि यह दाव कैसे गलत कर सकता है इसलिए यह इस तरह की बातें कर रहे हो। खैर फिलहाल के लिए D GUKESH को भारत की तरफ से बहुत सारी शुभकामनाओं के साथ विश्व चैंपियन बन चुके हैं तो इनकी जीत को लेकर के दुनिया में चाहे जिस भी तरह की बात हो लेकिन हम सभी की तरफ से बहुत सारी शुभकामनाएं।
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