Gold Silver Price: सोने की कीमत 81 हजार प्रति तोला के आंकड़े को पार कर गई है और चांदी एक लाख तक पहुंच गई है। अगले साल क्या हो सकता है? पढ़िए क्या कहते हैं विशेषज्ञ…
इस साल सोने और चांदी की कीमत सबसे तेजी से बढ़ी है और लगातार नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। सोना 81 हजार रुपये प्रति तोला के पार पहुंच गया है और चांदी भी 1 लाख रुपये तक पहुंच गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर तेजी का यह दौर ऐसे ही जारी रहा तो अगली दिवाली तक सोना एक लाख का आंकड़ा छू सकता है। चांदी भी कमाल करेगी और 1.5 लाख से 1.30 लाख के स्तर तक पहुंच सकती है।
आने वाले साल में चांदी की कीमत 30 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है. चांदी की कीमतें 1.25 लाख रुपये से 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक जा सकती हैं. वहीं, सोना 20 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे सकता है।
चांदी की चमक हो सकती है सोने से ज्यादा
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कई सालों से चांदी रिटर्न के मामले में सोने से बेहतर प्रदर्शन कर रही है। साल 2024 में इसने अब तक का सबसे ज्यादा 40 फीसदी का रिटर्न दिया है. आने वाले साल में भी चांदी सोने से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। कंपनी का अनुमान है कि अगले 12 से 15 महीनों में चांदी की कीमतें 1,25,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा सकती हैं।
5 साल में सोने ने दिया दोगुना रिटर्न
2016 से सोने ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और सकारात्मक रुझान बनाए रखा है। मीडियम टर्म में यह 85 हजार रुपये और लॉन्ग टर्म में 1 लाख रुपये तक जा सकता है। 2019 में दिवाली के दौरान सोना खरीदने वाले निवेशकों को इस साल अब तक करीब 103 फीसदी का मुनाफा हुआ है. यानी पांच साल के भीतर उनका पैसा दोगुना से भी ज्यादा हो गया है. इस साल सोने ने 33 फीसदी का रिटर्न दिया है. यह पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न है
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि सोने और चांदी की कीमत में लगातार बढ़ोतरी जारी रहेगी, लेकिन मध्यम अवधि में गिरावट भी होगी। तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक इनकी कीमतों में 5 से 7 फीसदी का सुधार आ सकता है. यह निवेश का अच्छा मौका होगा और निवेशक खरीदारी कर सकते हैं।
क्यों बढ़ सकती हैं सोने की कीमतें?
दुनिया भर में भूराजनीतिक तनाव तेजी से बढ़ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अनिश्चितता.
कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की.
भारत सहित प्रमुख देशों के स्वर्ण भंडार में वृद्धि।
शेयर बाजार में गिरावट के डर से सोने में निवेश
त्योहारों और शादियों के दौरान सराफा की खरीदारी बढ़ जाती है।
सोने में निवेश के विकल्प
सोने और चांदी के आभूषण,
सरकारी स्वर्ण बांड,
गोल्ड-सिल्वर ईटीएफ
डिजिटल सोना और चांदी,
स्वर्ण बचत कोष
सोना-चांदी म्यूचुअल फंड
क्यों बढ़ रही है चांदी की कीमत?
निवेशकों ने सस्ते विकल्प के तौर पर चांदी में निवेश बढ़ाया है। चीन सहित अन्य देशों ने अपने चांदी के भंडार में वृद्धि की। ईवी, सौर और वैकल्पिक ऊर्जा उपकरणों में चांदी के उपयोग ने मांग को बढ़ावा दिया। चांदी की बढ़ती औद्योगिक मांग से भी कीमत बढ़ी।
निवेशकों को सलाह
सोने में निवेश: अगर आप कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न चाहते हैं तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आर्थिक अस्थिरता के दौरान सोना पोर्टफोलियो को स्थिर करने का काम करता है।
चांदी में निवेश: यदि आप उच्च जोखिम और तेजी से बढ़ते निवेश की तलाश में हैं तो चांदी अच्छी हो सकती है। औद्योगिक मांग और तेज विकास क्षमता के चलते चांदी में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है।